आज के आर्टिकल में हम आपको NTA UGC द्वारा आयोजित NET/JRF के अंतर्गत हिंदी विषय की इकाई 5 हिंदी कविता(UGC NET HINDI UNIT 5 PDF) के बारे में जानकारी शेयर कर रहें है
UGC NET HINDI UNIT 5 -NET/JRF
इकाई 5 : हिंदी कविता
पृथ्वीराज रासो | रेवा तट |
अमीर खुसरो | खुसरों की पहेलियाँ और मुकरियाँ |
विद्यापति की पदावली | (संपादक – डॉ. नरेन्द्र झा) – पद संख्या 1 – 25 |
कबीर | (सं.- हजारी प्रसाद द्विवेदी ) – पद संख्या 160 – 209 |
जायसी ग्रंथावली | (सं. राम चन्द्र शुक्ल ) – नागमती वियोग खण्ड |
सूरदास | भ्रमरगीत सार (सं. राम चन्द्र शुक्ल) – पद संख्या 21 से 70 |
तुलसीदास | रामचरितमानस, उत्तरकांड |
बिहारी सतसई | संकलन – जग्गनाथ दास रत्नाकर (दोहा 1-50 तक) |
घनानंद कवित्त | संकलन – विश्वनाथ मिश्रकवित्त(1-30 तक) |
मीरा | संकलन – विश्वनाथ त्रिपाठी(1-20 पद तक) |
अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ | प्रियप्रवास |
मैथिलीशरण गुप्त | भारत भारती, साकेत (नवम् सर्ग) |
जयशंकर प्रसाद | आंसू, कामायनी (श्रद्धा, लज्जा, इड़ा) |
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला ‘ | जुही की कली, जागो फिर एक बार, सरोजस्मृति, राम की शक्तिपूजा, कुकरमुत्ता, बाँधो न नाव इम ठाँव बंधु |
सुमित्रानंदन पंत | परिवर्तन, प्रथम रश्मि, द्रुत झरो जगत के जीर्ण पत्र |
महादेवी वर्मा | बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ, मैं नीर भरी दुख की बदली, फिर विकल है प्राण मेरे, यह मन्दिर का दीप इसे नीरव जलने दो |
रामधारी सिंह दिनकर | उर्वशी (तृतीय अंक), रश्मिरथी |
नागार्जुन | कालिदास, बादल को घिरते देखा है, अकाल और उसके बाद, खुरदरे पैर, शासन की बंदूक, मनुष्य है। |
सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ | कलगी बाजरे की, यह दीप अकेला, हरी घास पर क्षण भर, असाध्यवीणा, कितनी नावों में कितनी बार |
भवानीप्रसाद मिश्र | गीत फरोश, सतपुड़ा के जंगल |
गजानंद माधव ‘मुक्तिबोध’ | भूल गलती, ब्रह्मराक्षस, अंधेरे में |
सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ | नक्सलवाड़ी, मोचीराम, अकाल दर्शन, रोटी और संसद |